राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था व तीसरी लहर से नौनिहालों के बचाव व उपचार को दुरस्त करने में जुटे सीएम तीरथ रावत
कुलदीप एस राणा……
देहरादून: कोरोना संकट काल मे राज्यवासियों के स्वास्थ्य को लेकर लगता है मुख्यमंत्री तीरथ रावत कोई कोताही बरतने के मूड में नही है। यही कारण है कि कोरोना की तीसरी लहर से नौनिहलों के बचाव व उपचार हेतु सरकार ने कार्ययोजना तैयार कर ली है इस योजना के अंतर्गत बच्चों इम्यून सिस्टम को मजबूत करने की दिशा मे उनकी आयुवर्ग के हिसाब से विटामिन- सी, विटामिन -ए, विटामिन-डी व जिंक की मात्रा दी जाएगी।
आपको बताते चलें कि उत्तराखंड में बाल स्वास्थ्य का स्तर बहुत अच्छा नही है। सूबे में 4 साल तक के लगभग 26% बच्चों का वजन मानकों से काफी कम है। यह बच्चों में कुपोषण की स्थिति को दर्शाता है। यही कारण है कि दून मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉ आशुतोष सायाना की तकनीकी एक्सपर्ट समिति ने तीसरी लहर में बच्चों को संक्रमण से बचाव व उपचार हेतु जो सिफारिशें सरकार को सौंपी हैं उनको तत्काल अमल में लाने के आदेश मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को दिये ।यह तीरथ रावत की दूरदर्शिता ही है कि वह राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरस्त करने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में डीआरडीओ की मदद से 5-5 सौ बेड का फेब्रिकेटेड कोविड19 डेडिकेटेड अस्पताल का निर्माण पूर्ण हो चुका है। कुमायूं मंडल में एम्स की शाखा खोले जाने हेतु केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से अनुरोध व कोटद्वार में मेडिकल कालेज खोले जाने का प्रस्ताव इस दिशा में उनके प्रयासों को दर्शाता है।
राजनीतिक विरोधी जहां तीरथ रावत के नेतृत्व को लेकर नकारात्मक माहौल तैयार करने में जुटें हैं वही मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता की स्वास्थ्य रक्षा के लिए भगीरथ प्रयास में लगे हुए है।
राज्यवासियों के हित में तीरथ की कोशिशें एक दिन जरूर उन्हें जनता सबसे बड़े हितेषी के रूप में पहचान देने में कामयाब होंगी।