डीएम ने स्वास्थ्य विभाग से पूछा लो रिस्क व हाई रिस्क के अंतर्गत कौन किस कैटेगरी में?
मुख्यमंत्री को कोरेन्टीन किये जाने की स्थिति में उत्पन्न हो सकता है संवैधानिक संकट।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कोरोनो टेस्ट पॉजिटिव आने से सरकार के समक्ष दुविधा की स्थिति उत्पन्न हो है। हालांकि तमाम अटकलों को विराम लगते हुए सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने स्वयं को सेल्फ कोरेन्टीन कर लिया है फिलहाल वह आवास में ही रहकर एहतियात बरत रहे हैं। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र भसीन ने ट्वीट कर यह जानकारी साझा की है। उक्त सन्दर्भ में जब सरकार के राजकीय प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक से फोन पर बात गई तो उन्होंने बताया कि सतपाल महाराज की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बीते शाम से ही मुख्यमंत्री एवम कैबिनेट में प्रतिभाग करने वाले सभी मंत्री एहतियात बरतते हुए सेल्फ कोरेन्टीन हो गए है। उक्त सन्दर्भ में आधिकारिक निर्णय अब जिला प्रशासन को करना है। कि किसे कोरेन्टीन किया जाना है किसे नही।
जिला अधिकारी देहरादून डॉ आशीष श्रीवास्तव से जब मुख्यमंत्री,मंत्री,व कैबिनेट में भाग लेने अधिकारियों को कोरेन्टीन किये जाने के संदर्भ में बात की गई तो उनका कहना है कि हमने स्वास्थ्य विभाग से पूछा है कि मानकों की कैटेगरी जिसमें लो रिस्क व हाई रिस्क के अंतर्गत बैठक में उपस्थित कौन-कौन लोग आते है। स्वास्थ्य विभाग के जवाब के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
हालांकि स्वास्थ सचिव के बीती रात के बयान से स्पस्ट है कि कैबिनेट में भाग लेने वाले मुख्यमंत्री,मंत्री,नॉकरशाह सभी लो रिस्क की कैटगरी में है ऐसे में मंत्रिमंडल को कोरेन्टीन किये जाने की संभावना कम है।
अगर कहीं ऐसी स्थिति हो जाती है कि मुख्यमंत्री एवम मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों को कोरेन्टीन किया जाता है तो इस कार्यवाही से प्रदेश में सवैंधानिक संकट उत्पन्न हो सकता है। ऐसी स्थिति में कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाये जाने को लेकर सरकार के समक्ष एक बड़ी चुनोती खड़ी हो सकती है।