दिल्ली दौर से मजबूत होते सीएम तीरथ रावत

    कुलदीप एस राणा…..

    राजनीति में सवेंदनशीलता एवं दूरदर्शिता नेतृत्व को अलग मुकाम प्रदान करती है। मुख्यमंत्री विगत तीन दिन से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हैं वहाँ वह उत्तराखंड के मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री सहित केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर चुके हैं। उत्तराखंड का मुख्यमंत्री जब भी दिल्ली का रुख करता है राजनीतिक कयासबाजी का दौर शुरू हो जाता है। तीरथ रावत भी इससे बचे नही हैं सीएम बनने के बाद उनकी यह दूसरी दिल्ली यात्रा है।

    भेंटवार्ता के क्रम में मुख्यमंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी से भेंट कर उन्हें राज्य सरकार द्वारा कोरोना से बचाव व विकास कार्यों से सम्बंधित जानकारियां दी। जिनसे पीएम सन्तुष्ट भी नजर आये। इस भेंट से कयासबाजों को भी तगड़ा जवाब मिला है।
    सीएम तीरथ रावत एवं पीएम नरेंद्र मोदी
    इसी क्रम में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिल सीएम ने डीआरडीओ की मदद से हल्द्वानी एवं ऋषिकेश में फेब्रिकेटेड कोविड अस्पताल बनाये जाने हेतु आभार प्रकट किया।
    सीएम तीरथ रावत एवं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
    आपको ध्यान होगा कि कोरोना के शुरुवाती दौर में 2020 के मार्च माह में उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने देहरादून व हल्द्वानी में 5-5 सौ बेड के कोविड अस्पताल बनाने की बात कही थी जो कोरी साबित हुई थी।तीरथ रावत ने राज्यवासियों के स्वास्थ्य के मुद्दे पर कोई लापरवाही न बरतते हुए तत्काल  डीआरडीओ की मदद से अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा करवा दिया। स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन से कुमायूं मंडल में एम्स की शाखा व कोटद्वार में मेडिकल कालेज खोले जाने की मांग कर तीरथ ने अनेक राजनीतिक समीकरणों को साधने का प्रयास किया है।
    सीएम तीरथ रावत एवं स्वास्थ्यमंत्री हर्षवर्धन
    मदन कौशिक के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से उपजे क्षेत्रीय असन्तुलन को सन्तुलित करने के क्रम में हल्द्वानी में एम्स की शाखा खोले जाने के अनुरोध को देखा जा रहा है वही कैबिनेट मंत्री हरक सिंह की विधानसभा कोटद्वार क्षेत्र में मेडिकल कालेज की मांग से राजनीतिक दांव चला है।क्योंकि यह बात सार्वजनिक है कि पूर्व मुख्यमंत्री व हरक सिंह के मध्य सम्बन्ध सामान्य नही थे।
    सीएम तीरथ रावत एवं गृह मंत्री अमित शाह
    भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष  जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह व सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कूटनीतिक दृष्टिकोण से तीरथ रावत को मजबूत होने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
    सीएम तीरथ रावत एवं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा
    यहां सबसे आश्चर्यजनक रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे डॉ मुरली मनोहर जोशी से भेंट करना रहा है।पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा बिना किसी रणनीति एवं पार्टी पदाधिकारियों से चर्चा किये बगैर गैरसैण कमिश्नरी में अल्मोड़ा को शामिल करने की घोषणा कर दी थी जिसके बाद डॉ जोशी इस निर्णय के बेहद खिलाफ थे। जिसे बाद में तीरथ रावत ने पलट दिया था।
    डॉ मुरली मनोहर जोशी एवं सीएम तीरथ रावत
    मार्च माह विभिन्न समाचार चैनेल्स द्वारा कराया गये सर्वे में यह बात स्पस्ट रूप से उभर कर सामने आई थी कि उत्तराखंड की 70% जनता ने नेतृत्व परिवर्तन को सही माना था।
    प्रदेश भाजपा में भी इन मुलाकातों को लेकर सरगर्मियां बढ़ा दी है। अक्सर शांतचित नजर आने वाले तीरथ रावत ने अपने राजनीतिक कौशल से अनेक निशानों को साधते हुए प्रदेश भाजपा में हलचल मचा दी है।साथ ही अपने विरोधियों को भी कड़ा संदेश दिया है। जो उन्हें कमजोर समझने का भ्रम पाले हुये थे।
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