कोरोना काल मे चारधाम मंदिरों के होंगे ऑनलाइन दर्शन.
बोर्ड के न्यायिक मामलों के लिए अलग से ट्रिब्यूनल.
शुक्रवार,मई 22 को मुख्यमंत्री आवास में चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड की पहली बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यमंत्री ने बोर्ड के सीईओ को मंदिरों के प्राचीन स्वरूप के संरक्षण के निर्देश दिये। साथ ही कोरोना काल मे भक्तों को मंदिरों के दर्शन की ऑनलाइन व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। ऑनलाइन दर्शन में मंदिर के गर्भगृह के अतिरिक्त सम्पूर्ण मन्दिर परिसर के दर्शन एवं आडियो विजुवल के माध्यम से पूजा-अर्चना करने की सुविधा रहेगी।
मुख्यमंत्री ने एक बार फिर उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थाम प्रबन्धन बोर्ड में पंडा समाज के हक-हकूकों के अधिकारों के संरक्षण की बात कही। बोर्ड मन्दिरों एवं उनसे जुड़ी प्रमुख पाण्डुलिपियों एवं अन्य ऐतिहासिक महत्वपूर्ण सामग्री के संग्रहण के लिए संग्रहालय बनायेगा।
धार्मिक यात्रा के संचालन के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा। बैठक उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड को अपना लोगो डिजायन करने का भी निर्णय लिया गया है। मन्दिरों की सम्पति, निधि, बहुमूल्य वस्तुओं के प्रबंधन हेतु बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को अधिकृत किया गया है। इस कार्य मे सम्बंधित जिलों के डीएम द्वारा बोर्ड से समन्वय स्थापित करेंगे। राज्य सरकार द्वारा दी गयी10 करोड़ रूपये की धनराशि से बोर्ड का नया बैंक एकाउंट खोला जाएगा, साथ ही बद्री-केदार मंदिर समिति की अवशेष धनराशि बोर्ड में ट्रांसफर की जायेगी। बद्री-केदार मंदिर समिति के कार्मिकों का समायोजन उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड में किया जाएगा। बोर्ड में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी व वित्त नियंत्रक के पद सृजित किया जायेगा। बोर्ड में विभिन्न न्यायिक मामलों के लिए अलग से ट्रिब्यूनल बनाई जायेगी। बद्री-केदार मंदिर समिति की वेबसाइट का एनआईसी अधिग्रहण कर अपग्रेडेशन करेगी। बैठक में बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने कोविड-19 के दृष्टिगत बद्री-केदार मन्दिर समिति के कार्मिकों द्वारा एक दिन के वेतन का 05 लाख रूपये का चेक भी मुख्यमंत्री को सौंपा।