शीतकालीन प्रवास स्थल मुखीमठ (मुखबा) ,उत्तरकाशी से 25 अप्रैल को गंगा की डोली गंगोत्री धाम के लिए रवाना हो गई । माँ गंगा की डोली का भैरव मंदिर (भैरवघाटी) में रात्रि विश्राम कर 26 अप्रैल को सुबह गंगोत्री धाम पहुंचेगी। जहां गंगा पूजन, गंगा सहस्त्रनाम पाठ एवं विशेष पूजा अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रोहिणी अमृत योग की शुभ मुहूर्त पर दोपहर 12:35 बजे सादगीपूर्ण ढंग से गंगोत्री धाम के कपाट दर्शनाथ के लिये खोल दिए जाएंगे। इसके साथ ही उत्तराखंड की चारधाम यात्रा की शुरुवात भी हो जाएगी।
वैश्विक महामारी कोविड 19 व देशव्यापी लॉक डाउन के चलते इस बार मां गंगा की डोली उप जिलाधिकारी भटवाड़ी देवेंद्र सिंह नेगी की मौजूदगी में सिर्फ तीर्थ पुरोहितों द्वारा ही रवाना किया गया। इस अवसर पर कोई भी तीर्थ यात्री, श्रद्धालु उपस्थित नही हो सका। पूरे कार्यक्रम के दौरान मुखबा गांव व तीर्थ पुरोहितों द्वारा सामाजिक दूरी(सोशल डिस्टेंस)का पूर्ण अनुपालन किया गया ।