चारधाम यात्रा 2020- वैदिक विधि-विधान से खुले केदारनाथ धाम के कपाट 

    भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में एक केदारनाथ धाम के कपाट बुुद्धवार ,29अप्रैल सुबह विधि-विधान से भक्तों के लिए खोल दिये गए। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुभ मुहूर्त पर मेष लग्न में  प्रातः 6:10  पर कपाट  खुलते ही पंचमुखी मूर्ति  को गर्भ गृह में प्रवेश कराया गया मंदिर के मुख्य पुजारी भीमाशंकर लिंग के स्थान पर शिव शंकर लिंग द्वारा केदारबाबा की समाधि पूजा आरंभ की गई ,तत्पश्चात पश्चात बाबा का रुद्राभिषेक व जलाभिषेक किया गया। आगामी छह माह तक भगवान केदारनाथ की पूजा धाम में सम्पन्न होगी। धाम के मुख्य पुजारी भीमाशंकर लिंग 14 दिन के होम कोरेन्टीन पर फिलहाल उखीमठ में हैं। कपाट उदघाटन के लिए केदरनाथ धाम को 10 कुंतल फूलों से सजाया गया। साथ ही लॉक डाउन के कारण सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित किया गया। बाबा केदार की चल विग्रह डोली 26 अप्रैल को पंचगद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से गौरीकुड़ के

     

     

    लिए रवाना हुई थी ,पैदल यात्रा में दूसरे पड़ाव भीमबली में पर्याप्त व्यवस्था न होने से डोली 27 अप्रैल को ही केदारनाथ पहुँच गयी थी जहां 28 अप्रैल को पंचमुखी भोग मूर्ति की पूजा अर्चना की गई और बुधवार, 29 अप्रैल को विधिविधान से धाम में प्रवेश कर स्थापित कर दी गयी।

    कपाट खुलने के उपरांत सर्वप्रथम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से रुद्राभिषेक किया गया। केदारनाथ धाम में अभी भी चारों तरफ लगभग 6 फ़ीट ऊंची बर्फ ही बर्फ है। देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि यात्रा मार्ग में स्थान स्थान पर ग्लेशियर होने के कारण उद्घाटन हेतु बर्फ को काट कर बीच से रास्ता तैयार करने का जिम्मा प्रशासन द्वारा वुडस्टोन कम्पनी को दिया गया था।
    कपाट उद्घाटन के शुभ अवसर पर सूबे के मुख्य त्रिवेंद्र रावत ने प्रदेश व देश्वसियों को शुभकामनाएं दी है।
    Scroll to Top