कोरोना महामारी के असर से चारधाम यात्रा पर भी अछूती नही राह पायी है। विश्वप्रसिद्ध बद्रीनाथ धाम के कपाट उद्घाटन की प्रक्रिया का की शुरुवात में होने वाली गाडू घड़ा तेल यात्रा में फेरबदल किया गया है। गाडू घड़ा यात्रा का आरंभ नरेंद्र नगर स्थित टिहरी राजपरिवार के महल से होता है जहाँ सुहागन स्त्रियां द्वारा भगवान बद्री नारायण की पूजा अर्चना हेतु तेल पिरोया जाता है उक्त तेल को गाडू घड़ा (तेल कलश) के माध्यम से बद्रीनाथ धाम तक पहुचाया जाता है। किंतु कोरोना के चलते गाडू घड़ा यात्रा कार्यक्रम में भी फेरबादल कर दिया गया है। डिमरी धार्मिक पंचायत के अनुसार इस वर्ष यात्रा में सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए सीमित सदस्य ही शामिल होंगे। अब गाडू घड़ा यात्रा 18 अप्रैल के बजाए 24 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी।यात्रा 24 अप्रैल को ऋषिकेश, 25 अप्रैल को डिम्मर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर पहुचेगी, गाडू घड़ा 26 को भी डिम्मर में ही रहेगा 27अप्रैल को गाडू घड़ा जोशीमठ स्थित नृसिंह मंदिर पहुचेगा जहां से 28अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल के सानिध्य में आरम्भ होने वाली शंकराचार्य की गद्दी यात्रा के साथ गाडू घड़ा पांडुकेश्वर व 29 अप्रैल को बद्रीनाथ पहुँचेगा। 30 अप्रैल को शुभ मुहूर्त पर बद्रीनाथ धाम के कपाट भक्तों के लिए खोल दिये जायेंगे।