प्रदेश के भीतर विभिन्न स्थानों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सवेंदनशीलता का परिचय देते हुए राज्य सरकार लॉक डाउन में राहत की व्यवस्था करने जा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने बताया देश मे 21 दिन के लॉक डाउन होने से विभिन्न शिक्षण संस्थानों के हॉस्टलों में विद्यार्थी व रोजगार एवं उपचार के लिए अन्य जगह गए लोग विभिन्न स्थानों पर रुके हुए है। ऐसे लोगों की घरवापसी निर्धारित करने के लिए मंगलवार 31 मार्च की सुबह 7:00 बजे से सायं 8:00 बजे तक प्रदेश की सीमा के भीतर लॉक डाउन में 13 घंटे की छूट दी जाएगी। इस दौरान सम्पूर्ण राज्य में यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से गतिमान रहेगी। राज्यवासी परिवहन निगम की बसों व निजी वाहनों से अपने-अपने घरों को लौट सकते हैं।
हालांकि इस दौरान यात्रा के लिए यात्रियों को वाजिब कारण भी बताने होगें। साथ ही मानकों का भी पालन करना होगा प्रत्येक को यह छूट नहीं होगी। उचित कारण न पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही भी की जा सकती है। बसों व टैक्सियों को सेनेटाइज भी करना होगा। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन सुनिश्चित करना होगा। यात्री को यह बताना होगा कि वह दूसरी जगह से आया हुआ है। ऐसा न करने पर अनुमति नहीं दी जाएगी। यात्रा पाइन्ट टू पाइन्ट ही की जा सकेगी। बीच में कहीं भी रूकने की अनुमति नहीं होगी। यात्री को अपना भोजन व पानी साथ लेकर ही चलना होगा। यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर मेडिकल चेकअप किया जाएगा। यदि कोई संदिग्ध या संक्रमित पाया जाता है तो उसे आइसोलेशन वार्ड में ले जाया जाएगा। गलत तथ्य देने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। व्यक्ति को अपना परिचय पत्र साथ रखना होगा।
मंगलवार को यह व्यवस्था एक दिन कर लिए प्रदेश की सीमा के भीतर संपूर्ण राज्य में लागू रहेगी।