इनवेस्टर्स समिट हेतु हुआ पहला एमओयू .
रोपवे निर्माण में तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा पोमा ग्रुप.
सीएम धामी ने कहा-उत्तराखण्ड में इको फ्रैंडली टूरिज्म को मिलेगी रफ्तार .
कुलदीप सिंह राणा…
लंदन/देहरादून: लंदन में आयोजित की गयी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हेतु आयोजित बैठक में सीएम पुष्कर धामी आज प्रतिभाग किया। बैठक लंदन के प्रमुख उद्योग घराने उपस्थित रहे। पुष्कर धामी ने उद्योगपतियों से उत्तराखण्ड में निवेश की सम्भावनाओं पर विस्तृत चर्चा की।
पहली सफलता -₹2 हजार करोड़ का एमओयू
बैठक के दौरान उत्तराखंड में पर्यटन की सम्भावनाओं को देखते हुये रोपवे निर्माण में विश्व प्रसिद्ध कम्पनी पोमा ग्रुप ने राज्य में निवेश को लेकर इच्छा व्यक्त की। जिसके बाद सीएम धामी की उपस्थित में पोमा ग्रुप व उत्तराखंड सरकार के बीच 2 हजार करोड़ रुपए के इन्वेस्टर एमओयू साइन किया गया। राज्य सरकार से सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय ने एमओयू साइन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की भौगौलिक परस्थितियों को देखते हुए उत्तराखण्ड में इको फ्रैंडली टूरिज्म के क्षेत्र में निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं। पोमा ग्रुप दुनिया भर में रोपवे निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी है। पोमा ग्रुप का उत्तराखण्ड में काम करने का बहुत पुराना अनुभव है चमेाली जिले के औली रोपवे में पोमा ग्रुप तकनीकी सहयोग प्रदान कर चुका है इसके अलावा वर्तमान पोमा रोपवे देहरादून-मसूरी रोपवे, एवं यमुनोत्री रोपवे प्रोजेक्ट्स में भी तकनीकी सहयोग प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पोमा गुप द्वारा हरिद्वार समेत कई अन्य धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों में रोपवे के लिए तकनीकी सहयोग, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए निवेश की इच्छाा जाहिर की गई। ।
प्रदेश सरकार का फोकस पर्यटन के साथ-साथ इकोलॉजी और इकॉनमी पर भी है। इसलिये सरकार निवेश के लिए ऐसे रास्तों की तलाश कर रही है जिसमें विकास और पर्यावरण का संतुलन बना रहे। ऐसे में रोपवे जैसे विकल्प उत्तराखण्ड में जहां एक ओर पर्यटकों को सुगमता प्रदान करेंगे वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों की आजीविका के अवसर बढ़ने के साथ ही पर्यावरणीय दृष्टिकोंण से भी यह बेहतर सिद्ध होगा।
सर्विस सेक्टर का बड़ा केंद्र लंदन
सीएम ने लंदन में निवेशकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लंदन सर्विस सेक्टर का भी बड़ा केंद्र है, यहां टूरिज्म, आईटी, हेल्थकेयर के क्षेत्र के बड़े निवेशक कार्य कर रहे हैं। उत्तराखण्ड एक पर्वतीय राज्य हैं, यहां की कृषि जलवायु भी अन्य राज्यों से भिन्न है। वर्तमान समय में यूरोप से लेकर विश्व के सभी देशों के ऑर्गेनेक उत्पादों की विशेष मांग हैं। समिट के जरिए उत्तराखण्ड के उत्पादों को विदेशों में और प्रभावी रुप से पंहुचाया जा सकेगा। सरकार का लक्ष्य है कि दुनियाभर से निवेशक उत्तराखण्ड का रुख करें, ताकि यहां की औद्योगिक गतिविधियों को और रफ्तार मिल सके।
फार्मा एवं मेडिकल टैक्नोलॉजी की अपार सम्भावनाओं का प्रदेश उत्तराखंड
ब्रिटेन इनोवेशन एव टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक ग्लोबल सेंटर के रूप में स्थापित है। स्किल्ड मैनपावर लंटन, ब्रिटेन को उपलब्धता करता है। जो इस क्षेत्र को गति प्रदान करती है। उत्तराखण्ड, इनोवेशन एव टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत में अपनी पहचान बनाने में सफल रहा है। हेल्थ केयर एवं लाईफ साईन्सेस के क्षेत्र में ब्रिटेन अग्रणी हैं। ब्रिटेन द्वारा बायोटेक, फार्मास्यूटिकल्स एवं मेडिकल टैक्नोलॉजी में निवेश को वरियता दी जाती है। उत्तराखण्ड, फार्मा हब के रूप में प्रतिष्ठित है। राज्य में 3 फार्मा क्लस्टर हैं, जिनमें 300 से अधिक उद्योग कार्य कर रहे हैं। रियल स्टेट बाजार आवासीय विकास से लेकर वाणिज्यिक अवस्थापना तक विविध अवसर प्रदान करता है। लंदन एवं मैनचेस्टर जैसे शहर इसके बेहतर उदाहरण हैं। उत्तराखण्ड में इसकी अपार सम्भावनायें हैं। हम राज्य में दो नये शहर बसाने की संकल्पना पर कार्य कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि ब्रिटेन समेत अन्य देशों के ग्लोबल इन्वेस्टर्स उत्तराखण्ड में भी निवेश करें ताकि प्रदेश में औद्यौगिक विकास की गति बढ़ सके। प्रदेश में निवेश बढ़ने से अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ ही रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। इस अवसर पर सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा समेत डेलीगेशन के अन्य सदस्य एवं इन्वेस्टर्स मौजूद रहे।